“Cheteshwar Pujara Retirement 2025: A Heartbreaking Goodbye to India’s Proven Test Legend”
Cheteshwar Pujara Retirement भारतीय क्रिकेट के लिए एक भावुक पल लेकर आया है। भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज़ और आधुनिक दौर के “दीवार” कहे जाने वाले पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। उनके संन्यास से भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा खालीपन पैदा हो गया है।
Cheteshwar Pujara Retirement तक का सफर
राजकोट के एक छोटे से शहर से निकलकर भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ बनने तक का सफर तय करने वाले पुजारा ने हमेशा अपने शांत स्वभाव और अडिग फोकस से खुद को अलग साबित किया।
उनके करियर का एकमात्र लक्ष्य था भारतीय क्रिकेट के लिए समर्पण और योगदान। यही वजह थी कि वह टीम इंडिया के लिए एक अहम स्तंभ बनकर उभरे, खासतौर पर टेस्ट क्रिकेट में। उन्हें राहुल द्रविड़ के बाद भारत की दीवार कहा जाने लगा।
पुजारा ने सपनों को पूरा किया
अपने रिटायरमेंट नोट में पुजारा ने लिखा, ‘राजकोट के एक छोटे शहर से निकलकर मैंने क्रिकेट के जरिए सितारों को छूने का सपना देखा था। यह खेल मुझे सिर्फ पहचान ही नहीं, बल्कि जिंदगी के कई अनमोल अनुभव, उद्देश्य और सच्चा प्यार भी दे गया। सबसे बड़ी बात, इसने मुझे अपने राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया।’
पुजारा का ये संदेश केवल एक विदाई नहीं थी, बल्कि उन सभी यादों, संघर्षों और उपलब्धियों का भावनात्मक पुनरावलोकन भी था जो उन्होंने पिछले दो दशकों में एक क्रिकेटर के तौर पर संजोईं। उन्होंने लिखा, ‘जर्सी पहनकर मैदान में उतरना, राष्ट्रगान गाना और हर बार अपना सर्वश्रेष्ठ देना, ये सब कुछ मेरे लिए बेहद खास था।’ हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि हर सफर का एक पड़ाव होता है और अब उन्होंने इस सफर को यहीं विराम देने का फैसला लिया है।
पुजारा ने इन सभी को धन्यवाद कहा
Cheteshwar Pujara Retirement समय पुजारा ने बीसीसीआई और सौराष्ट्र क्रिकेट संघ का आभार जताते हुए लिखा कि इन संस्थाओं ने उन्हें मंच दिया, विश्वास दिखाया और हमेशा समर्थन किया। इसके साथ ही उन्होंने उन सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टीमों का भी धन्यवाद किया जिनका वह हिस्सा रहे, चाहे वह भारत के लिए खेलना हो, रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र की अगुआई करना हो या फिर इंग्लैंड की काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
फैंस के प्रति पुजारा ने जताया खास आभार
फैंस को लेकर पुजारा ने बेहद भावुक बातें कहीं। उन्होंने कहा कि दुनिया के हर कोने में उन्हें जो प्यार और समर्थन मिला, वो उनके लिए प्रेरणा का स्रोत रहा। चाहे मैदान भारत का हो या विदेश का, फैंस की ऊर्जा ने उन्हें हमेशा आगे बढ़ने का हौसला दिया।
अपने परिवार का जिक्र करते हुए पुजारा की भावनाएं स्पष्ट झलकती हैं। उन्होंने लिखा कि उनके माता-पिता, पत्नी पूजा, बेटी अदिति, ससुराल पक्ष और पूरे परिवार ने इस सफर में जो त्याग किए और समर्थन दिया, वो अनमोल है।
उन्होंने कहा कि अब वह अपने जीवन के अगले अध्याय में प्रवेश कर रहे हैं, जहां वह परिवार को प्राथमिकता देंगे और उनके साथ ज्यादा समय बिताना चाहेंगे।
अंत में पुजारा ने हाथ जोड़ते हुए देशवासियों से मिले प्रेम और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा, ‘आप सभी के प्यार और आशीर्वाद ने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया। मैं इस खेल का ऋणी हूं, और आप सभी का भी।’
Cheteshwar Pujara Retirement होना सिर्फ एक खिलाड़ी की विदाई नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के एक स्वर्णिम अध्याय का समापन है।
उन्होंने जो धैर्य, अनुशासन और सम्मान के साथ खेला, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा। इसी के साथ 2020 के दशक में भारतीय टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी की रीढ़ रहे मुख्य खिलाड़ियों का रिटायर होना जारी है।
पुजारा से पहले, रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट को अलविदा कह दिया था। रविचंद्रन अश्विन ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है।
Cheteshwar Pujara Career Stats
पुजारा का रिटायरमेंट संदेश
रिटायरमेंट का ऐलान करते समय पुजारा ने कहा:“भारतीय टीम के लिए खेलना मेरे लिए गर्व और सम्मान की बात रही है। मैं अपने परिवार, कोच और फैन्स का आभारी हूँ। भविष्य में मैं युवा क्रिकेटर्स को मार्गदर्शन देना चाहता हूँ।”
निष्कर्ष
Cheteshwar Pujara Retirement भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक भावुक अध्याय है। उनकी बल्लेबाज़ी धैर्य, तकनीक और संघर्ष का प्रतीक रही। टेस्ट क्रिकेट के असली हीरो पुजारा ने भले ही बल्ला टांग दिया हो, लेकिन उनकी कहानियाँ और जज़्बा हमेशा क्रिकेट प्रेमियों को प्रेरित करते रहेंगे।